अयोध्या : कचहरी परिसर में सुरक्षा व्यवस्था की खुली पोल, लावारिस बैग से मिले तमंचे और कारतूस

- अयोध्या में पूर्व ब्लॉक प्रमुख यशभद्र सिंह मोनू की थी गवाही, हमले की आशंका से मचा हड़कंप
अयोध्या/सुलतानपुर। अयोध्या कचहरी परिसर में शनिवार को सुरक्षा व्यवस्था की भारी चूक सामने आई। कचहरी के शेड नंबर पांच में एक लावारिस बैग बरामद हुआ, जिसमें दो तमंचे और चार कारतूस मिले। घटना ने न सिर्फ कचहरी परिसर में अफरा-तफरी मचा दी, बल्कि पुलिस और प्रशासन की सुरक्षा तैयारियों पर गंभीर सवाल भी खड़े कर दिए हैं। सूत्रों के अनुसार, यह बैग सुबह 8 से 8:45 बजे के बीच किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा छोड़ा गया और वह मौके से फरार हो गया। पुलिस अब परिसर के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है, ताकि आरोपी की पहचान की जा सके।
गौरतलब है कि शनिवार को ही सुल्तानपुर के धनपतगंज ब्लॉक के पूर्व प्रमुख यशभद्र सिंह मोनू की एक मामले में गवाही होनी थी, लेकिन सुरक्षा में हुई इस चूक के कारण वे कचहरी नहीं पहुंचे। यशभद्र सिंह मोनू पर साल 2014 में अयोध्या कचहरी परिसर में जानलेवा हमला हो चुका है, जिससे जुड़ी उनकी गवाही को लेकर पहले से ही सुरक्षा को लेकर सतर्कता बरतने की जरूरत थी।
आपको बता दें कि कचहरी परिसर में यह कोई पहली चूक नहीं है। 22 दिसंबर 2007 को हुए सीरियल ब्लास्ट के बाद यहां कड़ी सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई थी। मेटल डिटेक्टर, सीसीटीवी और पुलिस चेकिंग पॉइंट बनाए गए थे, लेकिन अब हालात यह हैं कि मेटल डिटेक्टर शोपीस बनकर रह गए हैं और नियमित तलाशी की प्रक्रिया भी लापरवाह हो चुकी है। कचहरी परिसर में इस प्रकार असलहा बरामदगी को लेकर अधिवक्ता संघ और आमजन में आक्रोश है।
जानकारी के अनुसार, इस गंभीर चूक को लेकर जिलाधिकारी और जिला जज से औपचारिक शिकायत की जाएगी। इस घटना ने फिर एक बार न्यायालय परिसरों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर राज्य स्तर पर बहस छेड़ दी है, खासकर तब जब सुल्तानपुर में मूर्ति विवाद को लेकर पहले से ही राजनीतिक माहौल गर्म बना हुआ है।
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