अयोध्या में 25 नवंबर को राम मंदिर में ध्वजारोहण समारोह, कई परियोजनाओं का होगा लोकार्पण

अयोध्या, अचल वार्ता। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने ऐलान किया है कि 25 नवंबर को अयोध्या के राम मंदिर परिसर में भव्य ध्वजारोहण समारोह का आयोजन होगा। यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक होगा, बल्कि अयोध्या के विकास की नई गाथा लिखने वाला ऐतिहासिक क्षण भी साबित होगा। इस दिन विवाह पंचमी के शुभ अवसर पर राम मंदिर सहित परिसर के आठ मंदिरों के शिखर पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ धर्म ध्वजा फहराई जाएगी।
ध्वजारोहण का शुभ मुहूर्त और वैदिक अनुष्ठान
ध्वजारोहण समारोह 25 नवंबर को अभिजीत मुहूर्त में दोपहर 11:45 से 12:15 बजे के बीच 30 मिनट की अवधि में संपन्न होगा। काशी और अयोध्या के प्रमुख वैदिक आचार्य इस समारोह को विधि-विधान के साथ संपन्न कराएंगे। इस दौरान राम रक्षा स्तोत्र का पाठ, विभिन्न मंत्रों का जाप और विशेष पूजा-अनुष्ठान किए जाएंगे।
विकास परियोजनाओं का लोकार्पण
इस ऐतिहासिक समारोह के साथ-साथ अयोध्या में कई महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं का लोकार्पण भी किया जाएगा।
-सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट
-पावर सबस्टेशन
-3 किलोमीटर सड़क
-चार प्रवेश द्वार
-शू रैक भवन
-10 एकड़ में पंचवटी
-संग्रहालय और ट्रस्ट कार्यालय
-श्रद्धालुओं के लिए धर्मशाला
ये परियोजनाएं अयोध्या को एक आधुनिक तीर्थस्थल के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी, जो आध्यात्मिकता और विकास का अनूठा संगम प्रस्तुत करेगी।
10,000 मेहमानों की भागीदारी, पीएम मोदी और राष्ट्रपति के शामिल होने की संभावना
राम मंदिर ट्रस्ट ने इस समारोह में लगभग 10,000 मेहमानों को आमंत्रित करने की योजना बनाई है। इसमें विभिन्न जाति-वर्ग के लोग, समाजसेवी, और अयोध्या के आसपास के 772 ग्राम प्रधान शामिल होंगे। सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने की संभावना है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत भी इस आयोजन में भाग ले सकते हैं। मेहमानों की सूची अक्टूबर तक अंतिम रूप ले लेगी, और दीपोत्सव के बाद से आमंत्रण पत्र वितरित होने शुरू हो जाएंगे।
संघ और विहिप की तैयारियां
आयोजन की तैयारियों के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के कार्यकर्ताओं की समितियां गठित की गई हैं। ये समितियां समारोह को भव्य और यादगार बनाने के लिए सुरक्षा, आतिथ्य, और अन्य व्यवस्थाओं पर काम कर रही हैं। राम मंदिर परिसर में 23 नवंबर से धार्मिक अनुष्ठान शुरू होंगे, जो 25 नवंबर तक तीन दिवसीय उत्सव के रूप में चलेंगे।
आध्यात्मिकता और विकास का संगम
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा, "यह ध्वजारोहण समारोह मंदिर निर्माण की पूर्णता का प्रतीक है। विवाह पंचमी के दिन यह आयोजन धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को और बढ़ाएगा।" यह समारोह न केवल राम भक्तों के लिए आस्था का पर्व होगा, बल्कि अयोध्या को वैश्विक तीर्थस्थल के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम भी होगा।
अयोध्या में उत्सव का माहौल
25 नवंबर को विवाह पंचमी के अवसर पर अयोध्या के सैकड़ों मंदिरों में भगवान राम और माता सीता के विवाहोत्सव की धूम रहेगी। राम मंदिर परिसर में भी भव्य राम बारात और अन्य धार्मिक आयोजनों की तैयारियां जोरों पर हैं। यह आयोजन अयोध्या को एक बार फिर भक्ति, श्रद्धा और उत्सव के रंग में रंग देगा।
राम मंदिर के ध्वजारोहण समारोह और विकास परियोजनाओं के लोकार्पण के साथ अयोध्या एक नए युग में प्रवेश करने जा रही है, जो आध्यात्मिकता और आधुनिकता का अनूठा मेल प्रस्तुत करेगा।
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