सही दिशा में बढ़ रही भारत की जीडीपी वृद्धि दर : अर्थशास्त्री जिंदल

नई दिल्ली। अर्थशास्त्री आकाश जिंदल ने गुरुवार को दिए एक बयान में कहा कि भारत की जीडीपी वृद्धि दर सही दिशा में जा रही है। वैश्विक क्रेडिट रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ग्लोबल ने 79वें स्वतंत्रता दिवस से पहले आर्थिक मजबूत और निरंतर राजकोषीय समेकन का हवाला देते हुए भारत की दीर्घकालिक सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग को पहले के बीबीबी-' से अपग्रेड कर "बीबीबी" कर दिया है। इसी रिपोर्ट पर आकाश जिंदल ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक समाचार एजेंसी के हवाले से बताया कि किसी भी अर्थव्यवस्था के लिए राजकोषीय समेकन बहुत अहम है और भारत सरकार ने इस दिशा में काफी काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि कर संग्रह बढ़ रहा है। जीएसटी संग्रह नए रिकॉर्ड बना रहा है। आयकर संग्रह बढ़ रहा है। सरकार इनफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण में काफी पैसा खर्च कर रही है। भारत का वस्तु एवं सेवा कर संग्रह जुलाई में बढ़कर 1.96 लाख करोड़ रुपए हो गया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 7.5 प्रतिशत अधिक है। इस वर्ष अप्रैल से जुलाई के बीच, सकल जीएसटी राजस्व 8.18 लाख करोड़ रुपए रहा, जो 2024 की इसी अवधि के 7.39 लाख करोड़ रुपए से 10.7 प्रतिशत की वृद्धि दिखाता है। इसके अलावा, वित्त वर्ष 25 में शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 22,26,375 करोड़ रुपए के साथ मजबूत रहा और इसमें साल-दर-साल आधार पर 13.48 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। जिंदल के मुताबिक, भारत दुनिया की कई प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं से सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना हुआ है। एसएंडपी ग्लोबल ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक बना हुआ है।
हमें आशा है कि मध्यम अवधि में विकास की गति जारी रहेगी। अगले तीन वर्षों में जीडीपी में सालाना 6.8 प्रतिशत की वृद्धि होगी। वैश्विक रेटिंग एजेंसी ने एक नोट में कहा कि हमारा अनुमान है कि इस वर्ष भारत की वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत रहेगी, जो व्यापक वैश्विक मंदी के बीच उभरते बाजारों के समकक्षों की तुलना में अनुकूल है।
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